नई दिल्ली: थाईलैंड और कंबोडिया के बीच वर्षों पुराना सीमा विवाद एक बार फिर उग्र हो गया है। ताजा झड़प गुरुवार सुबह उस समय हुई जब थाईलैंड की सुरिन प्रांत और कंबोडिया की ओदार मीन्चे प्रांत की सीमा पर स्थित प्राचीन ता मुएन मंदिर के पास दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने आ गईं।
थाई सेना के अनुसार, यह संघर्ष सुबह करीब 7:35 बजे शुरू हुआ, जब मंदिर की सुरक्षा कर रहे सैनिकों ने क्षेत्र में कंबोडियाई ड्रोन की गतिविधि देखी। इसके तुरंत बाद, 6 सशस्त्र कंबोडियाई सैनिक, जिनमें से एक के पास रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड था, थाई पोस्ट के पास लगी कांटेदार तार के करीब पहुंच गए। थाई सेना ने दावा किया कि गोलीबारी की शुरुआत कंबोडियाई सैनिकों ने की, जिससे हालात तेजी से बिगड़ गए।
थाई पक्ष ने आरोप लगाया कि कंबोडिया ने जानबूझकर नागरिकों को निशाना बनाया। थाईलैंड के सुरिन प्रांत के कप चोएंग ज़िले में BM-21 रॉकेट हमले में तीन नागरिक घायल हो गए।
वहीं, कंबोडिया ने पलटवार करते हुए कहा कि संघर्ष की शुरुआत थाईलैंड ने की। कंबोडिया रक्षा मंत्रालय की प्रवक्ता माली सोचिता ने कहा, “थाई सैन्य बलों ने कंबोडियाई क्षेत्र में घुसपैठ की और हमारी रक्षा चौकी पर हमला किया।” उन्होंने कहा कि कंबोडियाई सैनिकों ने अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की।
यह झड़प एमराल्ड ट्रायंगल क्षेत्र में दशकों पुराने विवाद का ताज़ा अध्याय है, जहां थाईलैंड, कंबोडिया और लाओस की सीमाएं मिलती हैं। यह क्षेत्र न केवल प्राचीन मंदिरों का घर है, बल्कि अतीत में कई बार हिंसक संघर्षों का गवाह भी रहा है। मई 2025 में भी ऐसी ही एक झड़प में एक कंबोडियाई सैनिक की मौत हो गई थी।