📅 व्रत तिथि:
➡️ एकादशी तिथि शुरू – 20 जुलाई 2025, रविवार दोपहर 12:12 बजे से
➡️ समाप्त – 21 जुलाई 2025, सोमवार सुबह 09:38 बजे तक
📌 व्रत रखने योग्य दिन: 21 जुलाई 2025, सोमवार
—
🙏 एकादशी व्रत करने से मिलने वाले अद्भुत लाभ:
🔹 एकादशी का महत्व पुराणों में विशेष रूप से बताया गया है।
🔹 जैसा पुण्य सूर्यग्रहण के समय दान से मिलता है, उससे कई गुना पुण्य एकादशी व्रत से प्राप्त होता है।
🔹 गौ-दान, सुवर्ण-दान और अश्वमेघ यज्ञ जैसे महादानों से भी अधिक पुण्य एकादशी व्रत से मिलता है।
🔹 इस व्रत से पूर्वजों को मुक्ति मिलती है और घर में सुख-शांति बनी रहती है।
🔹 धन, धान्य और संतान की प्राप्ति होती है।
🔹 श्रद्धा और भक्ति बढ़ती है, जिससे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा आती है।
🔹 भगवान की कृपा से कीर्ति और ऐश्वर्य में वृद्धि होती है।
🕉️ पुराण प्रमाणित कथन:
भगवान शिव ने नारदजी से कहा –
“एकादशी का व्रत करने वाले व्यक्ति के सात जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं।”
राजा नहुष, अंबरीष और गाधी जैसे राजाओं ने भी एकादशी व्रत किया और पृथ्वी के सारे ऐश्वर्य प्राप्त किए।
—
⚠️ एकादशी व्रत में रखें ये खास सावधानियां:
🔸 एकादशी तिथि हर महीने दो बार आती है – और इसका पालन करने से पाप और रोग दूर होते हैं।
🔸 यदि कोई वृद्ध, रोगी या बच्चा व्रत न कर सके तो कम से कम “चावल का त्याग” अवश्य करें।
🔸 धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, एकादशी के दिन चावल खाने से इतना पाप लगता है, मानो हर चावल के साथ एक कीड़ा खा लिया गया हो।
—
📌 स्रोत: यह जानकारी ब्रह्मवैवर्त पुराण, स्कंद पुराण और अन्य ग्रंथों पर आधारित है।
📖 और पढ़ें: newsanurag.com – धर्म, संस्कृति और सनातन परंपराओं की सही जानकारी।